कच्चे तेल का दाम हुआ कम, पेट्रोल-डीजल को लेकर आई बड़ी खबर, पढ़िए
दुनियाभर में कच्चे तेल के दाम कम होने के बाद भी भारत में पेट्रोल-डीजल पर हाल ही में टैक्स बढ़ा दिया गया था. अब इस मामले पर देश के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली बार कुछ कहा है.
“हम लोगों ने कोई बोझ जनता पर नहीं डाला. जब डिमांड ही नहीं रहा, तो विशेष परिस्थितियों में, मार्केटिंग फ्रीडम की प्रैक्टिस को ध्यान में रखते हुए टैक्स बढ़ाने का फैसला लिया गया. जब दिक्कत रहती है तो आदमी अपनी जेब को टाइट करता है. खर्चा फूंक-फूंककर करता है. हमने पैसा बचाया तो आज अर्थनीति को गति देने में, लोगों को सेवा देने में, कोरोना के हेल्थकेयर सिस्टम को मज़बूत करने और गरीबों को मदद करने में काम आएगा.”
“भारत में हमारी तीन जगह स्टोरेज फैसिलिटी है- कर्नाटक, मेंगलुरू औऱ विशाखापटनम. जब क्रूड ऑयल के दाम घटे तो सबसे पहले हमने अपनी कैपिसिटी को भरा. 8 मिलियन टन तेल समुद्र में जहाज के अंदर कम दाम में खरीदकर रखा है. भारत में करीब 25 मिलियन टन की स्टोरेज क्षमता है. प्रोडक्ट के रूप में और क्रूड ऑयल के रूप में. रिफाइनरियों के पास रह सकता है. अभी कुल मिलाकर 38 मिलियन मीट्रिक टन सस्ते दाम का तेल हमने स्टोर रखा है. जनवरी और अप्रैल के दामों के हिसाब से अगर हम कैल्कुलेट करें तो 25 हजार करोड़ रुपये का फायदा भारत की जनता को हुआ है. हम सस्ते दाम पर तेल रख पाए.”
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान हमारे पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध काम आए. हमने पहले ही स्थिति को ध्यान में रखते हुए सऊदी अरब, ओमान, कतर से बात की और एलपीजी की कमी को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए. डिमांड को पूरा करने के लिए जरूरी इंतजाम किए गए. भारत भी इस समय दुनिया के 120 देशों को दवा पहुंचा रहा है.
उन्होंने कहा कि एक समय था, जब भारत को कच्चा तेल प्रीमियम दाम पर खरीदना पड़ता था. आज ये डिस्काउंट में मिल रहा है.[signoff]