कोरोना ने तोड़ी कमर, हर एक आदमी को 40 हजार रुपये तक का नुकसान...
कोरोना काल में हर एक व्यक्ति परेशान है. जहा भारत में कोरोना की वजह से बेरोजगारी बढ़ गई है. काम कर रहे वर्कर्स काम से निकाल दिए गए है. जिससे भारत की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है. भारतीय स्तर पर प्रति व्यक्ति करीब 27000 से 40 हजार रुपये तक के नुकसान की भी बात कही है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के अर्थशास्त्रियों ने जहां चालू वित्त वर्ष में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 16.5 प्रतिशत की गिरावट की आशंका जतायी है. एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने सोमवार को जारी अपनी रिपोर्ट इकोरैप में कहा सैद्धांतिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियों की आय में गिरावट की भरपाई लागत को युक्तिसंगत कर किया गया है। इससे कंपनियों के मार्जिन पर प्रभाव नहीं पड़ा।
अर्थशास्त्रियों ने कहा कि जहां तक सूचीबद्ध कंपनियों के परिणाम का सवाल है, कॉरपोरेट जीवीए (कुछ वित्तीय और गैर-वित्तीय कंपनियों के उम्मीद से बेहतर परिणाम) वित्त वर्ष 2020-21 में आय में गिरावट के मुकाबले बेहतर रहा है। अब तक करीब 1,000 सूचीबद्ध इकाइयों ने पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम की घोषणा की है।
परिणाम बताते हैं कि कंपनियों की सकल आय में 25 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है, जबकि शुद्ध आय यानी लाभ में 55 प्रतिशत से अधिक की कमी दर्ज की गई है। हालांकि कॉरपोरेट जीवीए (सकल मूल्य वर्धन) में गिरावट केवल 14.1 प्रतिशत है।
राज्यवार विश्लेषण संकेत देते हैं कि कुल जीडीपी नुकसान में शीर्ष 10 राज्यों की हिस्सेदारी 73.8 प्रतिशत है। इसमें महाराष्ट्र का योगदान 14.2 प्रतिशत है। उसके बाद क्रमश: तमिलनाडु (9.2 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश (8.2 प्रतिशत) का स्थान है। इकोरैप के अनुसार इसके कारण अखिल भारतीय स्तर पर प्रति व्यक्ति नुकसान करीब 27,000 रुपये है। तमिलनाडु, गुजरात, तेलंगाना, दिल्ली, हरियाणा, गोवा में यह नुकसान 2020-21 में करीब 40,000 रुपये प्रति व्यक्ति है।