Indian Railway: कोयला संकट ने ट्रेनों की रोकी रफ्तार, 24 मई तक 1100 ट्रेनें रद्द

कोयला के संकट को दूर करने के लिए अब ट्रेनों को रोका जा रहा है।

Update: 2022-05-06 17:23 GMT

Indian Railway News: कोयला संकट से निपटने के लिए अब ट्रेनों को रोकने का फैसला लिया गया हैं। केन्द्र सरकार जहां कई कड़े कदम उठा रही है वहीं राज्यों में कोयला रैक के परिवहन के लिए बड़ी संख्या में ट्रेनें रोकी जा रही है और 24 मई तक लगभग 1100 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। जिससे कोयले की कमी को तत्काल पूरा किया जा सकें।

सभी तरह की रोकी जा रही ट्रेन

खबरों के तहत कोयला की अपूर्ति करने तथा बिजली संकट से निपटने के लिए 24 मई तक रद्द की गईं ट्रेनों में एक्सप्रेसव, मेल और पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। देश में बढ़ रहे बिजली संकट से निपटने में सरकार का यह कदम राहत देने वाला साबित हो सकता है। लेकिन इससे यात्रियों को समस्या भी आ सकती हैं। 

ज्ञात हो कि इसके पूर्व भी सरकार ने राज्यों में कोयले की रैक पहुंचाने के लिए कई ट्रेनों को रद्द किया था। जानकारी के अनुसार, कोयला आपूर्ति करने के मकसद से एक्सप्रेस मेल ट्रेनों के लगभग 500 ट्रिप और पैसेंजर ट्रेनों के 580 ट्रिप रद्द कर दिए गए हैं। तो वही भारतीय रेलवे ने 29 अप्रैल को देशभर में कम से कम 400 कोयला रेक की आवाजाही के लिए 240 यात्री ट्रेनों को रद्द की थी। जिससे कोयला ले जाने वाली ट्रेनों को बराबर रास्ता मिल सकें।

भरी गर्मी में बिजली कटौती

इन दिनों देश भर में भीषण गर्मी पड़ रही है। तो वही बिजली कटौती होने से हर आदमी परेशान हो रहा है। खबरों के अनुसार देश के 16 राज्यों में बिजली कटौती से बुरा हाल है। यूपी, दिल्ली, बिहार, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान के अलावा जम्मू-कश्मीर से लेकर आंध्र प्रदेश तक उपभोक्ताओं को 2 से लेकर 10 घंटे तक की अघोषित बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।

बढ़ रही बिजली की मांग

उत्तर और मध्य भारत में लगातार बढ़ती गर्मी के कारण बिजली की मांग रिकॉर्ड 2.14 लाख मेगावाट के करीब पहुंच गई है। इस बीच बिजली उत्पादन संयंत्रों में कोयले की कमी के कारण मांग के मुकाबले आपूर्ति में जोरदार कमी दर्ज की गई है। थर्मल पावर प्लांटों पर कोयले की कमी के चलते यूपी से पंजाब तक और जम्मू कश्मीर से चेन्नई तक हर ओर बिजली संकट गहरा गया है। जबकि इसके लिए बड़ी वजह कोयले की कमी को बताया जा रहा है। बीते दिनों केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने भी कहा था कि कई राज्यों में कोयले की कमी है और इसके पीछे रूस-यूक्रेन युद्ध एक कारण है।

Tags:    

Similar News