भारत में पेट्रोल-डीजल को लेकर आई बड़ी खबर, पढ़िए नहीं पछताएंगे
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बीच केंद्र सरकार ने मगंलवार रात पेट्रोल -डीजल पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। सरकार ने पेट्रोल तथा डीजल पर उत्पाद कर में आठ-आठ रुपये की बढ़ोतरी की है। इसके अलावा, पेट्रोल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क 2 रुपये तथा डीजल पर 5 रुपये बढ़ाया गया है। इस बढ़ोतरी के साथ ही पेट्रोल पर शुल्क 10 रुपये तथा डीजल पर शुल्क 13 रुपये बढ़ गया है।
सरकार के फैसले के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम कागज पर तो क्रमश: 10 और 13 रुपए लीटर बढ़ गए लेकिन इसका बोझ आम लोगों पर नहीं पड़ेगा। उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का नतीजा सामान्य तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के रूप में सामने आता है। हालांकि, यह अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट के हिसाब से अजस्ट हो जाएगी और कीमतों में इजाफा नहीं होगा।
श्रम क़ानून में बड़ा बदलाव, सुबह 6 से रात 12 बजे तक दुकानें खोलने की छूटकोरोना वायरस और अमेरिका-रूस में एक-दूसरे से ज्यादा तेल उत्पादन की लगी होड़ के कारण कच्चे तेल की कीमत में बड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है। इससे पेट्रोल-डीजल की लागत में अच्छी-खासी गिरावट आई है, लेकिन सरकार ने पहले की तरह ही इस बार भी घटते अंतराष्ट्रीय भाव का फायदा रोकने का सिलसिला बरकरार रखा है।
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मांग नहीं होने के कारण पिछले माह ब्रेंट कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 18.10 डॉलर के निम्न स्तर पर पहुंच गई थी। यह 1999 के बाद से सबसे कम कीमत थी। हालांकि इसके बाद कीमतों में थोड़ी वृद्धि हुई और यह 28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई।[signoff]