30 जून से 43 दिन की होगी अमरनाथ यात्रा, स्टिकी बम और ड्रोन अटैक के दो बड़े खतरें, यात्रा क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा
Amarnath Yatra 2022: जम्मू-कश्मीर के अमरनाथ में होने वाली यात्रा को लेकर की गई तैयारी.
Tight security in Amarnath Yatra area: लम्बे समय बाद शुरू हो रही बाबा अमरनाथ की यात्रा (Amarnath Yatra) को लेकर यात्रियों में बर्फानी बाबा (Baba Barfani) के दर्शन के लिये जबरदस्त उत्साह है। तो वही यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां तथा पुलिस फोर्स पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। पूरे यात्रा क्षेत्र में निगरानी करने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
कितने दिनों की होगी अमरनाथ यात्रा?
How many days will it take for Amarnath Yatra?: 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बाबा अमरनाथ की यह यात्रा 43 दिन की हैं। 30 जून से यात्रा शुरू हो रही यह यात्रा 11 अगस्त तक चलेगी। इस दौरान शिव भक्त अमरनाथ की गुफा में पहुँच कर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करेगें। यात्रियों को बर्फानी बाबा तक पहुँचने के लिए तीन राते रास्तें में ही गुजारनी पड़ती है।
दो वर्ष बाद हो रही यात्रा
ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से धारा-370 के हटने के बाद यह पहली यात्रा है। तो दो वर्ष बाद अमरनाथ यात्रा होने जा रही हैं। कोविड के चलते यात्रा पर सरकार दो वर्षो से रोक लगा रखी थी। तो देश में लगातार हो रहे सांप्रदायिक विवाद के चलते यात्रा के दौरान विशेष सुरक्षा व्यवस्था लगाई जा रही है।
दो तरह से है खतरे का अंदेशा
कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल ने यात्रा के दौरान दो तरह के खतरे का अंदेशा जताया है, उन्होने आशंका जताई है कि इस वर्ष स्टिक बम (Sticky Bomb) और ड्रोन अटैक (Drone Attack) दो बड़े खतरे हैं, लेकिन इन दोनों से बचने का पूरा प्लान भी तैयार है। ड्रोन का जवाब तो हवा में ही दिया जाएगा।
पुख्ता सिक्योरिटी के लिए हर जिले को अलग-अलग जोन और सेक्टर्स में बांट दिया गया है। जोन में एसपी रैंक के अफसर की तैनाती की गई है। इमरजेंसी के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है। उक्त टीमें हर स्थित से निपटने के लिए निगरानी करेगी।