Weather Update: लू की चपेट में उत्तर एवं मध्य भारत, एमपी के कई जिलों के लिए अलर्ट जारी
Weather Update: मौसम केंद्र ने शुक्रवार को सागर ग्वालियर एवं चंबल संभाग, उज्जैन, छिंदवाड़ा, रायसेन, राजगढ़, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, धार, रतलाम, शाजापुर, मंदसौर और नीमच में लू का यलो अलर्ट जारी किया है.
MP Weather Update: नौतपा (Nautapa) लगने के पहले ही देश के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है. कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. दिल्ली में तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. यह 12 साल में अप्रैल महीने का सबसे गर्म दिन है. इससे पहले 18 अप्रैल 2010 को दिल्ली में तापमान 43.7 और 29 अप्रैल 1941 को 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए कई राज्यों में भीषण गर्मी के लिए चेतावनी जारी की है. इधर, मप्र के 8 जिले लू की चपेट में हैं. साथ ही 15 जिलों में आज लू के आसार बताए जा रहें हैं.
देश के उत्तर पश्चिम और मध्य हिस्सों में अगले 5 दिन तक भीषण लू चलेगी. पूर्वोत्तर में भी अगले तीन दिन तक लू रहेगी. गुरुवार को जारी मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, के विदर्भ, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और राजस्थान में पांच दिनों तक हीटवेव की स्थिति रहेगी. शेष पेज 10 पर
देश के 10 सबसे गरम शहरों में मप्र के राजगढ़, खजुराहो और नौगांव
मप्र में दिन-ब-दिन गर्मी बढ़ती जा रही है. राज्य के तीन शहर राजगढ़, खजुराहो और नौगांव देश के 10 सबसे गरम शहरों में शामिल रहे. राजगढ़ में दिन का तापमान 45.7, खजुराहो और नौगांव में 45.6 डिग्री दर्ज किया गया. राजगढ़ समेत ग्वालियर, खंडवा, खरगोन, छतरपुर के खजुराहो और नौगांव, दमोह व रतलाम में लू चली. वहीं भोपाल में गुरुवार को पारा 43.3, जबकि सतना में 44.3 डिग्री तक पहुंच गया.
मप्र के 8 जिले लू की चपेट में, 15 जिलों में आज लू के आसार
मौसम केंद्र ने शुक्रवार को सागर ग्वालियर एवं चंबल संभाग, उज्जैन, छिंदवाड़ा, रायसेन, राजगढ़, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, धार, रतलाम, शाजापुर, मंदसौर और नीमच में लू का यलो अलर्ट जारी किया है.
चंद्रपुर में दिन सबसे गरम, मंडला की रात सबसे ठंडी
महाराष्ट्र का चंद्रपुर देशभर में सबसे गरम रहा. वहां दिन का तापमान 45.8 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं मप्र के मंडला में रात देश भर में सबसे ठंडी रही. वहां रात का तापमान 19.5 डिग्री दर्ज किया गया. घने जंगलों के कारण अन्य शहरों की तुलना में मंडला में तेजी से अर्थ रेडिएशन हुआ.
इसका मतलब यह है कि वहां आसमान साफ होने से दिन में हुई तपिश रेडिएशन के जरिये तेजी से आसमान की ओर वापस लौटी. इस वजह से वहां रात का तापमान ज्यादा नहीं बढ़ सका.