एमपी में बाघ ने किया ग्रामीण का शिकार, मवेशियों को चराने जंगल गया हुआ था वृद्ध
MP News: मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में बाघ द्वारा लोगों को शिकार बनाए जाने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के मानपुर परिक्षेत्र में बाघ ने एक ग्रामीण को अपना शिकार बना लिया।
मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में बाघ द्वारा लोगों को शिकार बनाए जाने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के मानपुर परिक्षेत्र में बाघ ने एक ग्रामीण को अपना शिकार बना लिया। ग्रामीण जंगल में चारा लेने के लिए गया हुआ था, जहां बाघ ने उस पर हमला कर दिया। बाघ के हमले से ग्रामीण की मौत हो गई।
जंगल गया हुआ था वृद्ध
मामला उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र का है। यहां परिक्षेत्र के बीच में एक व्यक्ति को बाघ ने अपना शिकार बनाया। हासिल जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम ग्राम गाटा निवासी राममिलन चौधरी पिता सेमली चौधरी उम्र 64 वर्ष बताया गया है। ग्रामीणों की मानें तो वह मवेशियों को चराने के लिए जंगल की ओर गया हुआ था। इसी दौरान रास्ते में उसे बाघ मिल गया। जिसके हमले से वृद्ध की मौत हो गई।
हाथियों से कराई जा रही सर्चिंग
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व परिक्षेत्र में लगातार बाघ द्वारा हमले किए जा रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले ही बाघ ने एक व्यक्ति को अपना शिकार बनाया था। अब मानपुर बफर परिक्षेत्र में मझखेता बीट के आरएफ 359 कक्ष में मवेशी चारा रहे वृद्ध पर बाघ ने हमला किया जिससे उसकी जान चली गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही मानपुर वन क्षेत्र अधिकारी मुकेश अहिरवार और उनकी टीम मौके पर पहुंची। बीटीआर के अधिकारियों द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही हाथियों को बुलाकर पूरे जंगल में सर्चिंग कराई जा रही है।
लगातार हो रहे हमले
इस संबंध में परिक्षेत्र अधिकारी मुकेश अहिरवार के मुताबिक सोमवार को बफर परिक्षेत्र में मझखेता बीट में मवेशी चरा रहे वृद्ध पर बाघ ने हमला कर दिया। जिससे उसकी जान चली गई। बताया गया है कि वर्ष अब तक मानपुर बफर परिक्षेत्र में वन्य प्राणियों के हमलों में 5 ग्रामीणों की जान जा चुकी है। जबकि पूरे टाइगर रिजर्व क्षेत्र में 13 ग्रामीणों की जान गई। वहीं तकरीबन 50 ग्रामीणों को वन्य प्राणियों ने घायल किया है। हाथियों के माध्यम से जंगल में सर्चिंग कराई जा रही है।