एमपी के हर जिले में दिव्यांगों के लिए खुलेंगे अलग से स्कूल और काउंसलिंग सेंटर, जिम, फिजियोथैरेपी सहित कई सुविधाएं
मध्यप्रदेश में दिव्यांगों के लिए अलग से स्कूल खोलने की कवायद चल रही है। इसके लिए भारत सरकार प्रदेशों का सहयोग करेगी।
भारत सरकार की दीनदयाल दिव्यांग पुनर्वास योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश के सभी जिलों में स्पेशल स्कूल और काउंसलिंग सेंटर खोलने की व्यवस्था की जा रही है। जहां शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही जिम, फिजियोथैरेपी जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। अलग से स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी जिसमें प्रदेश के करीब 600 लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा। जिसके लिए अलग से भर्ती किये जाने की व्यवस्था की जा रही है।
क्या है सरकार की योजना
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही दीनदयाल दिव्यांग पुनर्वास योजना को और विस्तृत रूप दिया जा रहा है। केंद्र सरकार की योजना से मध्य प्रदेश सरकार दिव्यांगों के लिए अलग स्कूल और काउंसलिंग सेंटर खोलने जा रही है। बताया गया है कि यहां पर दिव्यांगों को मुख्यधारा में लाने के लिए हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
क्या मिलेंगी सुविधाएं
जानकारी के अनुसार दिव्यांगों के लिए बनने वाले विशेष स्कूल मे पढ़ाई के साथ ही बेहतर स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। सेंटर में ऑक्यूपेशनल थेरेपी, फिजियोथैरेपी, लैंग्वेज एंड एसआईटी, पीसीएफटी, रिहैब एंड स्किल एजुकेशन, जिम, स्पोर्ट्स एक्टिविटी, टीचिंग एंड लर्निंग, कंप्यूटर आदि सभी सुविधाएं दी जाएंगी।
समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है उद्देश्य
दिव्यांग भी समाज के एक अंग हैं। इन्हें किसी भी हालत में अकेला नहीं छोड़ा जा सकता। दिव्यांगता का इलाज होने से कई बीमारियों से निजात मिल सकती है। इसके लिए सामाजिक न्याय एवं निशक्त कल्याण विभाग द्वारा बताया गया है कि सभी जिलों में सेंटर के लिए स्थान चिन्हित किए जाएंगे और फिर केंद्र सरकार के पास प्रपोजल भेजा जाएगा। प्रपोजल के आधार पर जैसे ही बजट केंद्र सरकार द्वारा जारी किया जाएगा प्रदेश के जिलों में इन सेंटरों का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।