एमपी के सीएम शिवराज का बुलडोजर एक्शन देखकर लोगों ने कहा, 2025 तक न्यायालय की आवश्यकता नहीं पड़ेगी
सोशल मीडिया पर लोग तंज कस रहे हैं कि 2025 तक न्यायालय की जरूरत खत्म हो जाएगी.;
Madhya Pradesh: वर्तमान समय में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) एक्शन के मूड में दिख रहे हैं। माफिया तथा दंगाइयों पर कार्यवाही करने के साथ ही शिवराज सिंह चौहान उनके घर बुलडोजर (Bulldozer Mama) भी भेज रहे हैं। एक ओर जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इस कार्यवाही को सही ठहराया जा रहा है तो वही कुछ ऐसे भी प्रदेश के लोग हैं जो सीएम की इस कार्यवाही को गलत ठहरा कर उस पर टिप्पणी कर रहे हैं। आने वाले विगत 2 दिनों में कुछ ऐसी टिप्पणी की गई है जिस पर समाज में एक नया बहस छोड़ने जा रहा है।
क्यों शुरू हुई चर्चा
रविवार के दिन राम नवमी (Violence on Ram Navami) के अवसर पर मध्य-प्रदेश के खरगोन (Khargone Violence) जिले में दंगा भड़क गया। यह दंगा उस समय भड़का जब यात्रा निकाली जा रही थी। अचानक से हुए सांप्रदायिक विवाद में पथराव हुआ। साथ ही कई जगह आगजनी की घटनाएं भी हुई। बताया तो यहां तक जाता है कि रात के 3 बजे अलग-अलग इलाकों में हिंसा हुई। जिसे रोकने के लिए पुलिस बल लगाया गया और इस कार्यवाही में खरगोन एसपी सिद्धार्थ चौधरी भी घायल हुए हैं।
कार्यवाही के मूड में दिखा प्रशासन
घटना की पूरी फीडबैक लेने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरे एक्शन के मूड में दिखे। आनन-फानन में सोमवार को दंगा के आरोपियों को चिन्हित कर उन पर कार्यवाही शुरू कर दी गई। बताया जाता है कि दंगा में शामिल आरोपियों के तोड़ने जेसीबी पहुंच गई। लेकिन प्रशासन की इस कार्यवाही की कई लोगों ने आलोचना भी की।
लोगों ने क्या कहा
खरगोन के कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि अब न्यायालय की आवश्यकता नहीं रह गई। सीधे सरकार ही फैसला ले रही है। वही एक सक्स का कहना था कि" क्यों को सजा देने का काम सरकार कब से करने लगी"। वही स्थानीय निवासी का कहना था कि" हिंसा दोनों तरफ से हुई है पर सरकार सजा एक धर्म के लोगों को क्यों दे रही है। वहीं इतनी त्वरित कार्यवाही न कोर्ट ना कचहरी.... आखिर यह प्रदेश के स्वास्थ्य के लिए किस हद तक लाभप्रद है आने वाला समय ही बताएगा।