MP News: आईआईएफएम में एडमिशन प्रक्रिया शुरू, कब तक कर सकेंगे आवेदन जान लें

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट (आईआईएफएम) भोपाल ने प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। जैट के अलावा पहली बार मैट और सीमैट से भी दाखिले होंगे।

Update: 2022-11-29 09:39 GMT

MP Bhopal News: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट (आईआईएफएम) भोपाल ने प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। जैट के अलावा पहली बार मैट और सीमैट से भी दाखिले होंगे। पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम इन फॉरेस्ट्री मैनेजमेंट और पोस्ट ग्रेजुएट इन सस्टनेबिलिटी मैनेजमेंट में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है जिसमें प्रवेश के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 28 फरवरी तक कराए जा सकते हैं। आईआईएफएम ने इन दोनों कोर्सों में कैट 2022 और जैट 2023 के अलावा मैट 2022 और सीमैट 2022 के आधार पर भी पहली बार विद्यार्थियों को प्रवेश इंटरव्यू के लिए शॉर्ट लिस्ट किया जाएगा। यानी कि अब मैट और सीमैट देने वाले विद्यार्थी भी यहां प्रवेश के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।

एप्टीट्यूड टेस्ट कराने पर विचार

आईआईएफएम की माने तो एंट्रेंस के स्कोर के आधार पर शॉर्टलिस्ट विद्यार्थियों को इंटरव्यू की प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। दरअसल यह एक सेक्टोरियल इंस्टीट्यूट है जो कि फारेस्ट, एनवायरनमेंट, नेचुरल रिसोर्स सहित अन्य एलाइड एरिया के साथ मैनेजमेंट में पेशेवर ह्यूमन रिसोर्स तैयार करता है। आईआईएफएम इन कोर्स में एडमिशन के लिए पहली बार अपना खुद का एप्टीट्यूड टेस्ट आयोजित कराने पर विचार कर रहा है। एप्टीट्यूड टेस्ट के लिए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है। जिसकी मंजूरी मिलते ही आगामी जनवरी-फरवरी में टेस्ट का आयोजन कराया जा सकता है।

कोर्सों में 100 प्रतिशत प्लेसमेंट

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम इन फॉरेस्ट्री मैनेजमेंट (पीजीडीएफएम) में 150 सीटें हैं। जबकि पोस्ट ग्रेजुएट इन सस्टनेबिलिटी मैनेजमेंट (पीजीडीएसएम) में 75 सीटें हैं। आईआईएफएम की मानें तो दोनों कोर्सेस में 100 प्रतिशत प्लेसमेंट है। वर्ष 2020-22 बैच की बात की जाए तो 38 लाख रुपए सालाना हाईएस्ट पैकेज पर स्टूडेंट का रिक्रूटमेंट हुआ है। जबकि पीजीडीएसएम में 14 लाख रुपए हाईएस्ट सालाना पैकेज रहा है। वहीं आईआईएफएम के बैच 2020-22 के प्लेसमेंट स्टैटिक्स पर नजर डालें तो 49 छात्रों का फाइनेंशियल सर्विस, इंश्योरेंस सेक्टर और स्टूडेंट्स बैंकिंग में रिक्रूटमेंट हुआ है। पीजीडीएसएम के जरिए ऐसे पेशेवर तैयार करना है जो मैनेजीरियल, टेक्निकल, एनालिटिकल और सोशल स्किल के साथ इमर्जिंग एरिया के मुद्दों और चुनौतियों का समाधान करने के काबिल हों। जबकि पीजीडीएफएम के माध्यम से छात्रों को मैनेजमेंट कॉन्सेप्ट, थ्योरिटिकल फ्रेमवर्क और कंजर्वेशन के नेचुरल रिसोर्स, इकोलॉजिकल बैलेंस व डेवलपमेंट के लिए तैयार किया जाता है।

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