मदरसों को लेकर एमपी सीएम चौहान का एलान, जहां कट्टरता का पाठ पढ़ाया जाता है उसका रिव्यू किया जाएगा

मदरसों को लेकर शिवराज सिंह चौहन ने कहा- कट्टरता और अतिवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा;

Update: 2023-04-19 07:22 GMT

MP CM Chauhan's announcement regarding madrassas: मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में संचालित अवैद्य मदरसों को लेकर बड़ा एलान किया है. एमपी सीएम चौहान ने कहा है कि- मध्य प्रदेश में अवैध मदरसे, संसथान, जहां कट्टरता का पाठ पढ़ाया जा रहा है, उनका रिव्यू किया जाएगा। कट्टरता और अतिवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम चौहान के इस बयान के बाद राज्य में हड़कंप की स्थिति बन गई है. मदरसों के नाम पर बच्चों को जिहाद की शिक्षा देने वाले गिरोह के हाथ पाँव फूलने लगे हैं.

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गौरतलब है कि राज्य के कई जिलों में सरकारी मदरसों के अलावा कई मदरसे हैं जो निजी तौर पर चलाए जा रहे हैं. जहां बच्चों को दिए जाने वाले शिक्षा के स्तर की किसी को परख नहीं है. यहां क्या पढ़ाया जाता है यह भी मालूम नहीं है. दावा है कि ऐसे मदरसों में कम उम्र से ही बच्चों को दूसरे धर्म के लोगों के प्रति अलगाव, कट्टरता और जिहाद का पाठ पढ़ाया जाता है. छोटे बच्चों को ऐसी शिक्षा देने वाले मदरसों और अन्य संस्थानों पर एमपी गोवेर्मेंट एक्शन लेने के लिए तैयार है 

हेमंता और योगी की राह पर चौहान  

गौरतलब है कि मदरसों का रिव्यू कराने के मामले में दो बीजेपी मुख्यमंत्रियों का नाम सबसे पहले आता है. असम के सीएम हेमंता बिश्वा सरमा और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने राज्यों में मदरसों का रिव्यू करवाया है. जिसके बाद सैंकड़ों मदरसों को स्थाई रूप से बंद भी कर दिया गया है. यूपी सीएम कहीं इस मामले में लिबरल हो जाते हैं मगर असम सीएम ने तो साफ़ कह दिया है कि वो राज्य में पूरी तरह से मदरसों को बंद करना चाहते हैं. क्योंकि बच्चों को भी अच्छी शिक्षा पाने का हक़ है और वह भी बड़े होकर डॉक्टर, इंजीनियर बनना चाहते हैं ना कि मौलवी या काजी। 

मध्य प्रदेश में होगा मदरसों का रिव्यू 

सीएम चौहान ने यह तो कह दिया है कि अवैध मदरसों का रिव्यू होगा, ऐसे मदरसों की जांच की जांच होगी जहां कट्टरता का पाठ पढ़ाया जाता है. सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर सरकारी अधिकारी यह कैसे पता करेंगे कि किस मदरसे में ऐसी गतिविधियां चल रही हैं. क्या वह यहां पढ़ने वाले बच्चों से सवाल करेंगे या पढ़ाने वाले शिक्षकों से? 

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