मध्य प्रदेश: 2 साल पहले जिस कोरोना संक्रमित का अंतिम संस्कार किया गया वो जिंदा वापस लौट आया!
मामला मध्य प्रदेश के धार जिले का है, जहां वह शख्स अपने परिवार के पास वापस लौटा है जिसका 2 साल पहले अंतिम संस्कार हो गया
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के धार जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जिस व्यक्ति को दो साल पहले डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर नगर निगम द्वारा अंतिम संस्कार कर दिया गया था वही शख्स जिन्दा अपने परिवार के पास वापस लौटा है. 2021 में दूसरी लहर के दौरान वह कोरोना संक्रमित हो गया था, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. डॉक्टरों ने परिजनों को शव तक नहीं देखने दिया था और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था.
दो साल बाद जिंदा लौटा कोरोना संक्रमित मृतक
मामला एमपी के धार जिले का है, 30 वर्ष के कमलेश को कोरोना मरीज बताकर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था. कमलेश 2021 में वायरस की चपेट में आया था जिसके बाद उसे हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ा था. डॉक्टरों ने उसे मरा बता दिया। क्योंकि वह कोरोना संक्रमित था इसी लिए SOP के चलते उसे परिजनों को नहीं सौंपा गया और ना ही उसका चेहरा परिवार वालों को देखने दिया गया. प्रशासन द्वारा उसका अंतिम संस्कार किया गया था.
तो जिंदा कैसे है कमलेश
कमलेश दो साल बाद अपने परिवार के पास वापस लौटा, वह शादीशुदा है, उसे देखकर उसकी पत्नी हैरान रह गई. घर वाले पहले अपने मर चुके बेटे को जिंदा देख चकित रह गए और जब कमलेश ने उसके साथ हुई घटना के बारे में बताया तो परिजन पुलिस के पास गए. घर में ख़ुशी का माहौल क्योंकि उनके घर का चिराग जिन्दा है मगर यह अस्पताल प्रबंधन और प्रशासन पर सवाल खड़े करता है कि उन्होंने जिन्दा शख्स को कैसे कोरोना के चलते मृत बता दिया और किसी और की डेडबॉडी का अंतिम संस्कार कर उसे कमलेश का होना बता दिया
कमलेश ने पुलिस ने बताया कि बीते दो साल से वह अहमदाबाद में था, वहां वह एक गिरोह के चंगुल में फंस गया था. उसे हर दिन नशीला इंजेक्शन दिया जाता था. किसी तरह वह बचकर भागा है. कमलेश सदमे में हैं और अब इस मामले की जांच शुरू हो गई है.