Bhopal News: टीचर्स स्थानांतरण के चलते परीक्षा की तैयारी कराने लगाई जाएंगी अतिरिक्त कक्षाएं

MP Bhopal News: ऑनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया के जरिए हाल ही में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों का तबादला किया गया है। प्रदेश भर के तकरीबन 43 हजार शिक्षकों में से करीब 24 हजार शिक्षकों का स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया गया है। बीच सत्र में शिक्षकों के किए गए स्थानांतरण से इसका छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है।

Update: 2022-11-14 10:21 GMT

Bhopal News: ऑनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया के जरिए हाल ही में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों का तबादला किया गया है। तबादले के लिए प्रदेश भर के तकरीबन 43 हजार शिक्षकों ने मनचाहे जगह स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था। जिसमें से करीब 24 हजार शिक्षकों का स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया गया है। बीच सत्र में शिक्षकों के किए गए स्थानांतरण से इसका छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। ऐसे में जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना द्वारा समस्त प्राचार्यों को अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर परीक्षा की तैयारी कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।

टीचर्स स्थानांतरण से क्या हुआ प्रभावित

Transfer of Teachers Affected: गौरतलब है कि अभी हाल ही में शिक्षकों के स्थानांतरण आदेश जारी किए गए हैं। बीच सत्र में शिक्षकों के स्थानांतरण आदेश जारी किए जाने से विद्यार्थियों की पढ़ाई पर इसका विपरीत असर पड़ा है। सूत्रों के अनुसार कई स्कूलें ऐसी हैं जहां कई विषयों के शिक्षकों ने स्थानांतरण के बाद अभी तक ज्वाइन नहीं किया है। जबकि 1 दिसंबर से कक्षा 9वीं से 12वीं तक की छमाही परीक्षाएं प्रारंभ होने वाली हैं। वहीं हाईस्कूल व हायर सेकेण्ड्री की बोर्ड परीक्षाएं भी एक मार्च से प्रारंभ होने वाली हैं। स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई पर शिक्षकों के स्थानांतरण का विपरीत असर पड़ा है जिसके चलते उनका पाठ्यक्रम भी पूरा नहीं हो पा रहा है।

आधा कोर्स ही हुआ पूरा

इस संबंध में प्राचार्यों का कहना है कि भोपाल में आए दिन कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है जिसमें भी शिक्षकों को लगाया जाता है। वहीं तबादला के बाद शिक्षकों का आना-जाना बना हुआ है। जिसका असर कोर्स पर पड़ता है। अब तक लगभग सभी कक्षाओं का 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम ही पूरा हुआ है। तिमाही परीक्षा के परिणामों की समीक्षा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने सभी प्राचार्यों की बैठक लेकर उन्हें तिमाही परीक्षा के आधार पर अतिरिक्त कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कक्षा दसवीं व बारहवीं की रेमेडियल कक्षाएं लगाकर पढ़ाए गए पाठ का रिवीजन कराएं साथ ही कमजोर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर अधिक जोर देने की आवश्यकता पर बल दिया।

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