एमपी में लोकायुक्त सागर का एक्शन, दो शासकीय सेवकों को रिश्वत लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार
MP News: मध्यप्रदेश में सागर लोकायुक्त पुलिस ने आज दो शासकीय सेवकों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस की इस कार्रवाई से कृषि उपज मंडी बीना के कार्यालय में हड़कम्प मच गया।
मध्यप्रदेश में सागर लोकायुक्त पुलिस ने आज दो शासकीय सेवकों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस की इस कार्रवाई से कृषि उपज मंडी बीना के कार्यालय में हड़कम्प मच गया। मुख्य आरोपी कृषि उपज मंडी का सचिव है जो अपने साथी क्लर्क के साथ माल का सत्यापन करने की एवज में रुपए लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिए गए।
सत्यापन के बदले मांगी थी रिश्वत
आवेदक गोविंद वल्लभ ने सागर लोकायुक्त में शिकायत की। जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी फर्म ने बीना कृषि उपज मंडी से कुछ फसल की खरीददारी की थी। जिसका उन्हें सत्यापन कराना था। सत्यापन कार्य के बदले मंडी सचिव नवल सिंह और क्लर्क (सहायक ग्रेड-3) नितिन कुमार रैकवार द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है। सागर लोकायुक्त एसपी रामेश्वर यादव के मुताबिक ग्राम सिकुर्च जिला पिथौरागढ़ उत्तराखंड निवासी गोविंद वल्लभ की फर्म ने कार्यालय में शिकायत आवेदन दिया था जिसमें कृषि उपज मंडी के सचिव और क्लर्क द्वारा रिश्वत मांगे जाने के आरोप लगाए थे।
8340 रुपए लेते रंगे हाथ दबोचे गए
लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने शिकायत मिलने के बाद आवेदक गोविंद वल्लभ को समझाइश देकर सचिव और क्लर्क से रिश्वत देने के लिए हामी भरने और समय व स्थान तय करने की बात करने के लिए कहा। आवेदक को एक टेप रिकॉर्डर भी दिया गया। आवेदक ने ऐसा ही किया। जिसके बाद लोकायुक्त को रिश्वत मांगे जाने के सबूत मिल गए। प्रमाण मिलते ही लोकायुक्त ने सोमवार को ट्रेप की प्लानिंग की। तय समय पर आवेदक गोविंद वल्लभ को कृषि उपज मंडी बीना कार्यालय भेजा। जहां आवेदन ने मंडी सचिव नवल सिंह और क्लर्क नितिन कुमार से मुलाकात कर उन्हें रिश्वत की राशि दी। जैसे ही रिश्वत की राशि 8 हजार 340 रुपए थमाई गई वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथों दबोच लिया। लोकायुक्त सागर टीम द्वारा कृषि उपज मंडी कार्यालय में की गई इस कार्रवाई से हड़कम्प की स्थिति निर्मित रही।