Health Benefits Of Wearing Payal: जानिए किस कारण से पहनी जाती है पैरों में पायल
पायल केवल श्रृंगार (Make up) की वजह से नहीं पहनी जाती बल्कि इसके पीछे वैज्ञानिक (Scientific Reason) कारण भी हैं।
Health Benefits Of Wearing Payal: अधिकतर हिंदू धर्म में स्त्रियों (Woman) के विवाह के बाद पायल का पहनना जरूरी होता है, क्योंकि पायल उन सोलह श्रृंगार में से एक है जो हिंदू धर्म में स्त्रियां अपने विवाह के पश्चात करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पायल केवल श्रृंगार (Make up) की वजह से नहीं पहनी जाती बल्कि इसके पीछे वैज्ञानिक (Scientific Reason) कारण भी हैं। जी हां पायल केवल एक गहना नहीं है जो आपकी खूबसूरती बढ़ाता है बल्कि इसे पहनने से बॉडी(Body) को काफी लाभ भी होते हैं आइए जानते हैं क्या?
पायल एक नाम अनेक
पायल सदियों से महिलाओं की श्रृंगार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कहीं-कहीं पायल पहनना अमीरी की निशानी मानी जाती थी तो कहीं-कहीं पायल को रीति-रिवाजों से जोड़कर देखा जाता था। क्या आप जानते हैं कि पायलों को कई तरह के नामों से भी जाना जाता है जैसे कि पाजेब, गोलुसू, नूपुर आदि। अधिकतर लोगों को चांदी की पायल पहनते हैं क्योंकि इसके पीछे का कारण है कि चांदी चंद्रमा से संबंधित है और चंद्रमा की उत्पत्ति भगवान शिव से हुई है ऐसा मानना है। यही कारण है कि चांदी को खुशहाली और समृद्धि का भी प्रतीक माना जाता है और लोगों का ऐसा मानना है कि चांदी की पायल महिलाओं की सुरक्षा भी करती है, क्योंकि यह दैवी शक्तियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। पायल में लगे हुए घुंगरू सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह करते हैं।
क्या है वैज्ञानिक कारण (What Is The Scientific Reason)
विज्ञान की माने तो अन्य धातुओं(Metal) की अपेक्षा चांदी(Silver) अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होती है और पृथ्वी(Earth) की ऊर्जा के साथ आसानी से रिएक्शन करती है, यही कारण है कि अधिकतर लोग चांदी की पायल ही पहनते हैं