Aloe Vera Farming: एलोवेरा की खेती से मिले 5 गुना मुनाफा, कमाए लाखों रूपए
एक एकड़ में एलोवेरा की खेती की जाए तो हर साल तकरीबन 20 हजार किलो ग्राम एलोवेरा का उत्पादन होता है.
Aloe Vera Farming: एलोवेरा (Aloe Vera) यानी घृत कुमारी से हर कोई वाकिफ है. एलोवेरा स्किन और बालों (Skin and Hair) से लेकर खाने तक में उपयोग होता है. अगर खेती में मुनाफे की बात करें तो पिछले कई सालों में एलोवेरा की खेती (Aloe vera cultivation) में बढ़ोत्तरी हुई है. एलोवेरा का उपयोग चिकित्सा और कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट में भी किया जाता है. एलोवेरा की खेती करने में सबसे अच्छी बात यह है कि आप 5 सालों तक इस खेती में लाभ कमा सकते हैं.
यदि एक एकड़ में एलोवेरा की खेती की जाए तो हर साल तकरीबन 20 हजार किलो ग्राम एलोवेरा (Aloe vera) का उत्पादन होता है. एलोवेरा की ताजी पत्तियों को बेचने पर इसका भाव 5 से 6 रुपये प्रति किलो मिलता है. आइये जानते हैं की खेती के लिए किन बातों पर ध्यान देना जरुरी है
खेत और मिट्टी (Farm and Soil)
एलोवेरा की खेती (Aloe vera cultivation) के लिए सबसे जरूरी यह है कि खेत (Farm) में ज्यादा नमी न हो, साथ ही पानी का ठहराव खेत में न हो. एलोवेरा के लिए रेतीली मिट्टी (Sandy soil) सबसे उपयुक्त मानी जाती है.
कौन से महीने में खेती की जाए (In which month to cultivate)
एलोवेरा की खेती करने के लिए ये जानना बेहद जरुरी है कि कौन से महीने में एलोवेरा की खेती करने से हमे अच्छा रिजल्ट मिल सकता है. इसकी बुवाई फरवरी से अक्टूबर-नवंबर तक कर सकते हैं. सर्दिंयों (winter) में इसकी बुवाई नहीं की जाती है.
कितने पौधे लगाए (How many trees to plant)
एक बीघा खेत में किसान (Farmer) एलोवेरा के 12 हजार पौधे लगा सकते हैं. खेती के लिए लगाए जाने वाले एक पौधे की कीमत 3 से 5 रुपये तक होती है. एलोवेरा के एक पौधे से लगभग 3.5 किलो तक एलोवेरा के पत्ते (Aloe vera leaves) मिलते हैं और इसके एक पत्ते की कीमत लगभग 5 से 6 रुपये तक होती है. वैसे औसतन एक पौधे पत्ते 18 रुपये तक में बिक जाते हैं. ऐसे में किसान 40 हजार रुपये का निवेश करके सवा दो लाख रुपये तक की कमाई कर सकता है. यानी एलोवेरा की खेती (Aloe vera cultivation) से कुल 5 गुना फायदा कमाया जा सकता है.
एलोवेरा खरीदने वाली कंपनियां (Companies that buy aloe vera)
हेल्थकेयर, कॉस्मेटिक और टेक्सटाइल में भी एलोवेरा का इस्तेमाल
हर्बल दवा बनाने वाली कंपनियों में होता है सबसे ज्यादा इस्तेमाल
पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ, रिलायंस (Reliance) जैसी कई बड़ी कंपनियां हैं इसकी ग्राहक हैं.