मालवाहकों के थम सकते है पहिये, खाद्रय सामग्री की आयेगी समस्या और बढ़ेगे दाम...
मालवाहकों के थम सकते है पहिये, खाद्रय सामग्री की आयेगी समस्या और बढ़ेगे दाम… लगातार पेट्रोलियम प्रदार्थो के बढ़ते दाम से परेशान ट्रक ट्रांसर्पोटर हड़ताल करने
मालवाहकों के थम सकते है पहिये, खाद्रय सामग्री की आयेगी समस्या और बढ़ेगे दाम…
लगातार पेट्रोलियम प्रदार्थो के बढ़ते दाम से परेशान ट्रक ट्रांसर्पोटर हड़ताल करने का मन बना रहे है। इसकों लेकर ऑल इंडिया मोटर टॉसपोर्ट कांग्रेस ( All india motor tansport congress ) की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें मालवाहकों को लगातार हो रहे घाटे पर चर्चा करने के बाद यह बात सामने आई है कि डीजल-पेट्रोल के दाम जिस तेजी के साथ बढ़े है उससे उन्हे लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है।
सरकार को लिखा पत्र
एआईएमआईसी के अध्यक्ष कुलतार सिह अटवाल ने बताया कि बैठक में लिये गये निर्णय के तहत सरकार को पत्र लिख कर डीजल-पेट्रोल के लगातार बढ़ते दाम को कंम करने की मांग की जा रही है। जिससे मालवाहक संचालक घाटे से उबर सके। उन्होने बताया कि जो भाड़ा मालवाहको का तय है, उस समय डीजन के दाम 62 से 65 रूपये थें। जबकि वर्तमान में डीजल के दाम 82 से 85 रूपये तक है।उन्होने मांग की है कि जिस तरह से आटो का किराया प्रति किलोमीटर निर्धारित है। उसी तरह मालवाहको का भी किराया निर्धारित किया जाये तथा पेट्रोलियम प्रदार्थो के दाम बढ़ने और घटने पर मालवाहक के भाड़े भी तय हो। ऐसी व्यावस्था सरकार बनाये।
14 दिन का अल्टीमेटम
एआईएमआईसी ( All india motor tansport congress )ने सरकार को चेताया कि उनकी मांगे 14 दिन में नही मानी जाती है तो वे 15 दिन बाद आंदोलन करेगे। ट्रांसर्पोटर अपने वाहन खड़े करके चाभी कलेक्टर को सौप देगे।
आयेगी समस्या
मालवाहको के हड़ताल पर जाने से मंहगाई की मार आमजन पर और पड़ेगी। सब्जी एचं खाद्रय सामग्री की आपूति बराबर न होने से लोगो को समस्या आयेगी। जंहा वे मंहगी खाद्रय सामग्री खरीदने को मजबूर होगे वही सब्जी आदि मिलना मुश्किल होगा।