RBI वापस लिए 2000 के नोटों के साथ क्या करेगा? इन्हे छापने में कितना पैसा खर्च हुआ था?

RBI 2000 की नोटों के साथ क्या करेगा: 23 मई से पब्लिक अपनी 2000 की नोटों को बदलने के लिए बैंक जा सकती है

Update: 2023-05-23 06:43 GMT

2000 Rupees Note Big Update

What will RBI do with the 2000 notes: RBI ने 2000 की नोटों को सर्कुलेशन से बाहर कर दिया है. 23 मई से पब्लिक बैंकों में जाकर अपने नोट बदलना शुरू कर सकती है. कोई हड़बड़ी दिखाने की जरूरत नहीं  है क्योंकी आपके पास 4 महीने का वक़्त है और उसके बाद भी 2000 की नोट वैध रहने वाली है. बहरहाल जिसे नोट एक्सचेंज करवानी है वो कर सकता है. लेकिन सवाल ये है कि आखिर RBI वापस मंगवाए गए इन 2000 के नोटों के साथ क्या करेगा? 

जाहिर है नोट छापने में सरकार का करोड़ों रुपए खर्च होता है. 2000 करोड़ों नोट छापने में भी RBI के करोड़ों रुपए खर्च हुए होंगे। लेकिन अब इन 2000 नोटों के साथ RBI क्या करेगा? 

वापस लिए गए 2000 के नोटों के साथ क्या होगा? 

RBI जब नोटों को वापस लेता है तो वो बैंक के लिए कुछ नहीं महज कागज का टुकड़ा बनकर रह राते हैं. इन नोटों को पहले RBI में जमा किया जाता है और फिर जलाकर नष्ट कर दिया जाता है. लेकिन इससे प्रदूषण होता था इसी लिए नोटों को नष्ट करने के लिए RBI ने मशीनों का इस्तेमाल शुरू किया। 2000 के नोटों को भी मशीनों द्वारा रद्दी बना दिया जाएगा और वापस रिसाइकल करने के लिए बेंच दिया जाएगा। 

जब 2016 में 500 और हजार के नोट रद्दी हुए थे तब भी RBI ने वापस मंगवाए नोटों को वेस्टर्न इंडिया प्लाइवुड लिमिटेड को रद्दी के भाव बेंच दिया था. कंपनी ने इन नोटों की रद्दी को प्लाईवुड बनाने में इस्तेमाल किया। कंपनी ने 200 रुपए प्रति टन के हिसाब से बेकार नोटों को खरीदा था. और उसने 800 टन रद्दी की डील की थी. 

जब नोटबंदी हुई थी तब 500 और एक हजार के 15 लाख 41 हजार करोड़ रुपए सर्कुलेशन में थे. यानी करीब 2300 करोड़ नोट वापस बैंकों में जमा कर दिए गए थे. RBI  के हिसाब से सिर्फ 99.3% नोट ही वापस आए थे यानी करीब 10 हजार 720 करोड़ रुपए के नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस नहीं लौटे थे. 

2000 के नोट छापने में RBI का कितना खर्चा हुआ था 

RBI ने 19 मई को अपनी रिलीज जारी करते हुए बताया था कि मार्च 2018 तक देश में 6 लाख 72 हजार करोड़ रुपए के 2000 के नोट सर्कुलेशन में थे. यानी करीब 336 करोड़ 50 लाख नोट मार्केट में थे. एक 2000 के नोट को छापने में 4.18 रुपए ख़र्च होते हैं. इस हिसाब से 2000 की नोट छापने में RBI को 1406 करोड़ रुपए खर्च करने पड़े थे. ये आंकड़े 31 मार्च 2018 तक के थे 

इसके बाद पिछले साल नवंबर को RBI ने बतया था कि 2018-2019 में सिर्फ साढ़े 4 करोड़ रुपए के 2000  के नोट छापे गए थे. जिसके बाद नोटों की प्रिंटिंग बंद कर दी गई. यानी इस दौरान RBI ने 20 हजार नोट छापने के लिए 83 हजार 600 रुपए खर्च किए थे 



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