Insurance and Inflation: भविष्य की प्लानिंग करने के लिए इन बातों का रखें ध्यान आर्थिक संकट से रहोगे दूर
Insurance and Inflation: जो रिस्क उठाने की क्षमता रखते हो और अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जितना जल्दी हो सके निवेश शुरू कर देना चाहिए।
Insurance and Inflation: हमें अपना भविष्य सुरक्षित बनाने के लिए आज ही निवेश (Investment) करना होगा। और जो रिस्क उठाने की क्षमता रखते हो और अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जितना जल्दी हो सके निवेश शुरू कर देना चाहिए। प्लानिंग से निवेश करने से अधिक नुकसान नहीं उठाना पड़ता और आने वाले समय में बड़ी आर्थिक जरूरतें हम आसानी से पूरा कर सकते हैं। और हर जरूरत को पूरा करने के लिए अलग-अलग निवेश करना चाहिए एक्सपर्ट के अनुसार आर्थिक लक्ष्य के लिए निवेश करने से पहले हमें अनेक पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए एवं निवेश से जुड़े कुछ नियमों को ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए। आइए जानते हैं हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning)
यदि आप जवानी में ही भविष्य की प्लानिंग करना चाहते है तो रिटायरमेंट की उम्र आसानी से कटेगी महंगाई की दर और आजकल की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पेंशन में निवेश करना चाहिए।
इमरजेंसी फंड (Emergency Fund)
किसी भी निवेशक के पास इमरजेंसी फंड यानी आपातकालीन फंड (Emergency fund) जरूर होना चाहिए। क्योंकि आर्थिक संकट (Economic Crisis) का सामना इमरजेंसी फंड की सहायता से ही किया जा सकता है। इमरजेंसी फंड (Emergency Fund) कम से कम 6 महीने के लिए होना चाहिए।
खुद के जीवन को बनाए सुरक्षित
निवेश करने के लिए सबसे पहले जीवन को सुरक्षित बनाने के बारे में सोचना चाहिए। क्योंकि जब आप सुरक्षित रहेंगे तभी आप कल के लिए पैसा जोड़ पाएंगे। या कल के लिए निवेश कर सकेंगे। जीवन को सुरक्षित करने का अर्थ फाइनेंस सिक्योरिटी से है। आपके पास सालाना आमदनी का कुल 15 गुना लाइफ कवर होना चाहिए। ताकि घर के कमाऊ सदस्य के नाम होने के और घर की आर्थिक स्थिति खराब होने पर परिवार के किसी तरह का आर्थिक संकट ना देखना पड़े।
खर्चों को कम करें
अधिकतर हम अपने पूरे घर का खर्च करने के बाद जो पैसा बचते है उसको निवेश करते हैं। लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि जिस दिन घर पर कमाई आती है उसे उसी दिन सबसे पहले बचत का हिस्सा अलग निकाल देना चाहिए। और बचे हुए पैसों से घर का खर्चा चलाएं एवं अपनी जरूरतों के अनुसार पैसे खर्च करें और साथ ही बचत का हिस्सा समय-समय पर बढ़ाते रहें।