ये है दुनिया का सबसे शक्तिशाली मंत्र, देता है इतना पैसा कि गिनते-गिनते थक जाओगे, खुद अंबानी भी करते है इस मन्त्र का इस्तेमाल, जानिए!
हमारे धार्मिक पुस्तकों में कई तरह के मंत्र बताए गए हैं।
हमारे धार्मिक पुस्तकों में कई तरह के मंत्र बताए गए हैं। समस्या के अनुरूप भी अलग-अलग मंत्र है जिनका उपयोग करने पर समस्या से निजात मिलती है लेकिन आज हम एक मंत्र बताने जा रहे हैं । शायद उस मंत्र के बारे में आपको भी पता हो लेकिन उस मंत्र की शक्ति का अंदाजा आपको नहीं होगा। इस मंत्र के संबंध में कहा गया है कि यह सर्व सिद्धि मंत्र है। इसे महामंत्र भी कहा गया है। यह बहुत शक्तिशाली है। नियम पूर्वक इसका जप किया जाए तो जिंदगी की तमाम तरह की परेशानियां दूर हो जाती हैं।
24 अक्षरी है यह मंत्र
शायद आपको ध्यान आने लगा होगा कि 24 अक्षरी कौन सा मंत्र है। जी हां हम बात कर रहे हैं गायत्री मंत्र के संबंध में। एक महामंत्र है जिसका नियमित एकाग्रता के साथ जप करने पर शरीर में ऊर्जा का विकास होता है।
मंत्र
' ओम भूर्भवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात '
मंत्र को सदैव शुद्ध और सही उच्चारण के साथ जाप करना चाहिए।
मंत्र में है यह शक्ति
24 अक्षर वाले इस गायत्री महामंत्र में 24 अवतार, 24 ऋषियों, 24 सिद्धियों, 24 शक्तियों का प्रतीक माना गया है। इस मंत्र का जप करने से बड़ी से बड़ी सिद्धि प्राप्त होती है।
मंत्र जाप का तरीका
गायत्री मंत्र जप करने के लिए तीन अच्छे समय होते हैं। जिसमें प्रथम सूर्योदय से सूर्यास्त तक, दूसरा दोपहर का समय और तीसरा शाम को सूर्यास्त से पहले। इन समयों में गायत्री मंत्र का जाप करना बहुत ही कारगर बताया गया है।
अभी बताया क्या है कि जब करने के यह हमें तुलसी या चंदन की माला का उपयोग करना चाहिए। इसके लिए कुश का आसन बिछाकर बैठ जाएं। हमारा मुख करते समय पूर्व या पश्चिम की ओर होना चाहिए।
क्या है फायदे
- इस मंत्र का जप करने से मन शांत होता है। तनाव दूर रहता है और गुस्से पर काबू पाने में व्यक्ति सक्षम हो जाता है।
- गायत्री मंत्र के द्वारा हम अपनी मनचाहे कैरियर को प्राप्त कर सकते हैं।
- गायत्री मंत्र का जाप छात्र जीवन में अवश्य करना चाहिए। वैदिक संस्कारों में जब यज्ञोपवीत संस्कार बच्चों का किया जाता है उस समय उन्हें गायत्री मंत्र दिया जाता है।
- गायत्री मंत्र के जप से कई रोगों से निजात मिलता है।
- गायत्री मंत्र के जप से कुंडली में मौजूद सूर्य ग्रह मजबूत होता है और वह शुभ फल देता है।
नोट- यह सामान्य जानकारी है और मान्यताओं पर आधारित है। रीवा रियासत न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है। विशेषज्ञ से सलाह भी लें।