Beer Price Hike: गर्मी में बियर पीने के मजे को सरकार महंगा करने वाली है, बीयर के दाम बढ़ेंगे
Beer Price Hike: गर्मी में डिमांड बढ़ी तो राज्य सरकारों ने कीमतें बढ़ाना शुरू कर दी
Beer Price Hike: गर्मी में बियर पीने का मजा लेने के लिए अब आपको पहले से थोड़ा ज़्यादा खर्चा करना पड़ेगा, गर्मी के मौसम में बीयर की डिमांड बढ़ने के बाद कई राज्यों की सरकारें अब इसकी कीमत बढ़ाने पर विचार कर रही हैं. तेलंगाना और हरियाणा में तो पहले ही बियर की कीमतों में इजाफा कर दिया गया है अब अन्य राज्यों में दाम बढ़ने वाले हैं.
लोग गर्मी में रम, व्हिस्की और वोडका की जगह चील मरने के लिए चिलचिलाती गर्मी में चिल्ड बियर पीते हैं. लेकिन अब जस्ट चिल-चिल करने के लिए आपको ज़्यादा बिल भी देना होगा। असल जौ और बियर बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की कीमत बढ़ने से बियर कंपनियां दाम बढ़ाने की मांग कर रही हैं, ब्रुअर्स बियर के दाम 10-15% तक बढ़ाए जा सकते हैं.
65% महंगा हो गया है Barley
बीयर बनाने में इस्तेमाल होने वाला जौ मतलब की Barley पिछले साल की तुलना में 65% तक महंगा हो गया है. इतना ही नहीं बियर बनाने में लगने वाले अन्य सामान भी महंगे हो रहे हैं, पैकेजिंग कॉस्ट भी बढ़ गई है. कंपनियों का कहना है कि इन्ही बढे कच्चे माल की कीमतों के कारण उन्हें मुनाफा नहीं हो रहा है. इसी लिए बियर की कीमत बढ़ाई जानी चाहिए
इन बियर कंपनियों ने दाम बढ़ाने की मांग की है
बटवाईजर, होइगार्डन जैसी बियर बनाने वाली कंपनियों ने महंगाई का हवाला देकर बियर की कीमत में इजाफा करने की मांग की है. कंपनियों ने राज्य सरकरों से दाम बढ़ाने को पत्र लिखा है. देश में शराब की कीमतों का निर्धारण राज्य सरकारें करती हैं यह GST के दायरे में नहीं आते हैं.
जौ और गेंहू के दाम बढ़ने का मुख्य कारण रूस-यूक्रेन की जंग है क्योंकि दोनों देश गेंहू के सबसे बड़े उत्पादक और एक्सपोर्टर हैं, आपूर्ति बाधित होने के कारण दाम बढे हैं.
गर्मी में डिमांड बढ़ जाती है
भारत में मार्च से जुलाई तक बियर की डिमांड बढ़ जाती है, गर्मी में लोग अन्य अल्कोहलिक पदार्थ का सेवन कम करके बियर पीते हैं. कोरोना के वक़्त ठेके बंद थे और उत्पादन हुआ था, ऐसे में बियर बनाने वाली कंपनियों को लाखों लीटर बियर बहा देनी पड़ी थी.