Tesla Manufacturing In India: इंडिया में होगी टेस्ला कार की मैन्युफैक्चरिंग! Elon Musk की टीम ने भारत सरकार के साथ मीटिंग की
भारत में टेस्ला यूनिट: लम्बे समय से Elon Musk इसी कवायद में लगे हैं कि उन्हें India में Tesla Manufacturing Unit स्टैब्लिश करने दिया जाए
Tesla Manufacturing Unit In India: दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी Elon Musk की कार निर्माता कंपनी Tesla की इंडिया में एंट्री हो सकती है. Elon Musk की एक टीम इसी सिलसिले में 17 मई को इंडिया पहुंची थी. टेस्ला की टीम ने भारत सरकार से इस विषय में मीटिंग भी की है. बताया गया है कि Tesla की टीम ने भारत सरकार से इंडिया में टेस्ला मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने की इच्छा जताई है.
गौरतलब है कि केंद्रीय परिवहन मंत्री कई बार अपने भाषणों में Elon Musk और Tesla का जिक्र कर चुके हैं. उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि भारत में Tesla का स्वागत है. Elon Musk यहां आएं और Tesla Plant स्थापित कर अपनी गाड़ियां इंडिया में बेचें और विदेशों में एक्सपोर्ट करें। लेकिन वो चाइना में टेस्ला बनाएं और इंडिया में बेचें ऐसा नहीं हो सकता।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी भी एक बार Tesla की अमेरिका में मौजूद यूनिट का भ्रमण कर चुके हैं और एलन मस्क से भी मिल चुके हैं. पीएम मोदी जून में फिर से अमेरिका जाने वाले हैं और उनके अमेरिकी दौरे से पहले टेस्ला टीम इंडिया आई है.
भारत में बनेगी टेस्ला
Made In India Tesla Car: गौरतलब है कि भारत सरकार विदेशों से एक्सपोर्ट होने वाली लग्जरी कारों में 100% इम्पोर्ट शुल्क लेती है. ऐसे में जो कार अमेरिका में 30 लाख रुपए में बिकती है उसकी कीमत इंडिया आने पर 60 लाख हो जाती है. Elon Musk ने भारत सरकार से यही कहा था कि वो टेस्ला को कोई लग्जरी कार ना मानें और EV मानकर सिर्फ 40% इम्पोर्ट ड्यूटी लें. लेकिन भारत सरकार ने ऐसा करने से मना कर दिया। Elon Musk का कहना है कि पहले मैं यह तो पता कर लूं कि इंडिया के लोग Tesla को पसंद करेंगे या नहीं उसके बाद ही तो मैं मैन्युफैक्चरिंग प्लांट पर निवेश करूँगा।
कुछ दिन पहले एलन मस्क ने एक इंडियन यूजर के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि Tesla ऐसी लोकेशन में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं डालेगी जहां उसकी कार और सर्विसेस बेचने की इजाजत नहीं है. मस्क ने ये बात पिछले साल मई में की थी. और ठीक एक साल बाद उनकी टीम इसी सिलसिले में भारत सरकार से बात करने के लिए पहुंची है.
गौरतलब है कि भारत में लिथियम का भंडार मिल गया है. जिसके लिए अबतक देश दूसरे देशों पर निर्भर था. सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये है कि ज्यादातर अमेरकी कंपनियां चीन से अपनी यूनिट्स दूसरे देशों में शिफ्ट कर रही हैं और ऐसी कंपनियों की पहली पसंद इंडिया है. चीन में टेस्ला की भी एक यूनिट है. अगर सरकार से टेस्ला की बात पक्की होती है तो टेस्ला भी चीन से इंडिया शिफ्ट होने वाली कंपनी बन जाएगी