ऑटोमैटिक कार्स के नुकसान जान लें, नहीं तो पछतायेंगे
Automatic Cars Disadvantages : जब भी कोई कार कम्पनी अपनी कार को लांच करती है। तो वह उसके मैन्युअल मॉडल के साथ में ऑटोमैटिक मॉडल को भी लांच करती है।
Automatic Cars Disadvantages : जब भी कोई कार कम्पनी अपनी कार को लांच करती है। तो वह उसके मैन्युअल मॉडल के साथ में ऑटोमैटिक मॉडल को भी लांच करती है। हालांकि पिछले कुछ समय से ऑटोमैटिक कारों का प्रचलन बढ़ गया है। इसके काफी सारे फायदे हैं, तो वहीं कुछ नुकसान भी हैं (Automatic Cars Problems)। जिनके बारे में हम आपको बताने वाले हैं। आखिर आटोमैटिक कारों के क्या नुकसान हैं?
Disadvantages Of Automatic Cars
ऑटोमैटिक कार्स की कीमत
ऑटोमैटिक कार की सबसे बड़ी कमी यह होती है की मैन्युअल मॉडल के मुकाबले यह महंगी आती हैं। यानी की आपको ऑटोमैटिक मॉडल खरीदनें के लिए अतिरिक्त जेब ढीली करनी पड़ती है।
ऑटोमैटिक कार्स की मेंटनेस
ऑटोमैटिक गाड़ियों की मेंटेनेंस की कॉस्ट अधिक होती है, साथ ही वाहन के गियरबॉक्स में आई खराबी को ठीक कराने में भी अपेक्षाकृत खर्च अधिक होता है।
गियर शिफ्टिंग
मार्किट में ऐसी कई कार्स उपलब्ध हैं जो की काफी ज्यादा स्मूथ ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आती हैं। लेकिन अधिकांश में ऑटो शिफ्टिंग के समय जर्क फील होता है। व स्मूथनेस की भी कमी महसूस होती है।
माइलेज
वैसे कहा जाये तो आज के ज़माने में ऑटो या मैनुअल दोनों ही मॉडल में लगभग सेम माइलेज देखने को मिल जाता है फिर भी अधिकतर फुली ऑटोमैटिक वाहनों में फ्यूल एफिशिएंसी कम देखने को मिलती है।
ओवरटेक के समय कॉन्फिडेंस में कमी
ऑटोमैटिक कार्स में गियर को अपनी इच्छा से बदल नहीं सकते हैं, जिसके कारण ओवरटेक करते समय दिक्कत महसूस होती है। वहीं अपेक्षाकृत गियर बदलने में समय भी अधिक लगता है।